1960 में गाँव बत्तला, लुधियाना में जन्मे।उनकी हँसी लोगों के दुख दूर कर देती थी।
जसविंदर जी ने पढ़ाई में मेहनत की और पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी से शिक्षा ली।
1988 में छंकटा सीरीज़ आई और लोगों को चाचा चतार सिंह और भोन्दू जैसे किरदार मिले।
उनकी कॉमेडी सिर्फ मज़ाक नहीं थी।वो समाज की सच्चाई और राजनीति पर व्यंग्य भी करती थी।लोगों को सोचने और हँसने का नया अंदाज़ मिला।
Carry On Jatta, Jatt & Juliet, Power Cut, Jihne Mera Dil Luteya जैसी फिल्मों सेवे हर उम्र के दर्शकों के दिलों में जगह बनाने लगे।
गाँव की चौपाल से लेकर बड़े-बड़े सिनेमाघरों तक, जहाँ भी उनका नाम आता, लोग मुस्कान और तालियों से स्वागत करते।उनकी कला ने हर पंजाबी को गर्व महसूस कराया।
आज जसविंदर भल्ला सिर्फ एक कॉमेडियन नहीं,बल्कि हँसी के ज़रिए लोगों का दर्द बाँटने वाले इंसान हैं।उन्होंने हँसी को ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत तोहफ़ा बना दिया।